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वार्ता:कथन (तर्क)

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तर्कपूर्ण कथन (स्टेटमेंट) एक विचार, कोई बात या किसी बात के बारे में दिए गए व्यक्तिविशेष, वर्ग या समुदाय के अनुभव है या पक्ष-विपक्ष में दी गई राय, विचार या कथन है। तर्क का उदाहरण- न.1. यह एक घड़ा है।

तर्क के बारे में सात संभावनाएं-

  • ऐसा है ।
  • ऐसा नही है।
  • ऐसा है भी और ऐसा नही भी है।
  • अनिर्वचनीय
  • ऐसा है अनिर्वचनीय।
  • ऐसा नही है अनिर्वचनीय।
  • ऐसा है भी और नही भी है अनिर्वचनीय।

तर्क न.1 का उदाहरण सहित उपियोग - १. यह घड़ा है। २. यह घड़ा नही है। ३. यह घड़ा है भी और नही भी है। ४. अनिर्वचनीय ५. यह घड़ा है अनिर्वचनीय। ६. यह घड़ा नही है अनिर्वचनीय। ७. यह घड़ा है भी और नही भी है अनिर्वचनीय।

तर्क के बारे में स्वामी महावीर ने "सप्त भंगी न्याय" दिया है स्वामी महावीर अपने किसी भी कथन से पूर्व "शायद" लगाते थे जैसे- यदि कोई स्वामी महावीर से पूछे के

क्या ईश्वर है? तो स्वामी महावीर उत्तर देते है के 1. शायद ईश्वर है 2. श्याद ईश्वर नही है, इन उत्तरों को सुन कर कोई कहे कि समझ नही आया तो महावीर कहते है कि 3. शायद ईश्वर है भी और नही भी है। अब यदि कोई महावीर से कहे कि जिस चीज के बारे में यदि साफ-साफ बात नही कही जा सकती तो क्या कहे तब महावीर कहते है 4. अनिर्वचनीय। 5. शायद ईश्वर है अनिर्वचनीय। 6. शायद ईश्वर नही है अनिर्वचनीय। 7. शायद ईश्वर है भी और नही भी है अनिर्वचनीय।